Jo ki 5 Best Variety: सरसों, गेहूं के अलावा के किसान करें इन जौ की 5 उन्नत किस्म की खेती, मिलेगा बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी

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रबी सीजन में किसानों को जौ की खेती में अच्छा उत्पादन के लिए लगाए जौ की 5 उन्नत किस्म, जानें Jo ki 5 Best Variety…

Jo ki 5 Best Variety: रवि के सीजन में किसानों के द्वारा गेहूं सरसों चना के अलावा मटर और जौ खेती किया जाता है। क्योंकि इन दिनों में फ़सल को ठंड मौसम आवश्यकता ज्यादा रहती है । इसमें जौ महत्वपूर्ण फसलों में से एक है। जो की खेती को ठंड के साथ गर्म दोनों ही जलवायु में पैदा लिया जा सकता है।

जौ का उपयोग कई चीजों में लिया जाता है जैसे आटा, लव, माल्ट, सत्तू, दाना, दवाओं में और हेल्दी ड्रिंक्स में किया जाता है। वहीं दूसरी ओर किसान आपने दूध देने वाले पुश को भी डालते हैं। ऐसे में किसानों को जौ की फसल में अधिक पैदावार देने वाली किस्म कौन कौन सी हैं आइए जानें जौ की सबसे अच्छी किस्म कौन सी है? Jo ki 5 Best Variety पूरी जानकारी के साथ…

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जौ की उन्नत 5 किस्म

1. जौ का किस्म आरडी-2907:

Barley Variety RD-2907 Details:– यह जौ आरडी-2907 वैरायटी को उत्तर भारत के क्षेत्र में खेती के लिए उपयुक्त माना गया है। और यह जौ की किस्म को रबी सीजन में बुवाई करने पर 125 दिन से लेकर 130 दिन के अवधि में पककर तैयार होगा। इस जौ की किस्म को लगाने पर प्रति हेक्टेयर उत्पादन 34 से 40 क्विंटल का उपज मिल सकता है।

2. जौ का किस्म डी डब्ल्यू आर बी-92

Barley Variety DWRB-92 Details:– यह डी डब्ल्यू आर बी-92 जौ का वैरायटी को मुख्य रूप से बियर या माल्ट के लिए खेती किया जाता है। जौ का यह वैरायटी उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों में बुवाई किया जाता है। इस किस्म में प्रति हेक्टेयर उपज 50 क्विंटल और पकने का अवधि 130 दिन का होता है।

3. जौ का किस्म रत्ना

Barley Variety Ratna Details:- यह रत्ना जौ का वैरायटी का खेती देश के बिहार, उत्तर प्रदेश का पूर्वी हिस्सों ओर पश्चिम बंगाल में जहां पर बारिश होने पर खेती किया जाता है। जौ का रत्ना किस्म को पकने में करीब 125 दिन से लेकर 130 दिन का समय लगता है।

4. जौ का किस्म डी डब्ल्यू आर बी-160

Barley Variety DWRB-160 Details:– यह डी डब्ल्यू आर बी-160 जौ का वैरायटी को आईसीएआर (ICAR) करनाल द्वारा तैयार किया गया जौ का वैरायटी जिसको हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिजाई किया जाता है। जिसका उत्पादन प्रति हेक्टेयर में 55 क्विंटल तक लिया जा सकता है।

5. जौ का वैरायटी करण-201, 231 व 264

Barley Variety Karan – 201, 231 and 264 Details:- जौ का वैरायटी करण-201, 231 व 264 को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर/ICAR) की ओर से तैयार किया गया जौ का किस्म है। जौ इस किस्म की खेती हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश राज्य के पूर्वी व बुंदेलखंड क्षेत्र में होता है। जौ की किस्म करण 201, 231 व 264 के पैदावार की बात करें तो इससे प्रति हेक्टेयर औसत उपज क्रमशः 38, 42 व 46 क्विंटल तक होता है।

जौ की अन्य वैरायटी जैसे :- नीलम, आरडी-2899, गीतांजलि, आर डी- 2552, डी एल- 88, एन डी बी- 1173, आर डी- 2715, आर डी- 2552 आदि।

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Conclusion:- आज आपने जाना Jo ki 5 Best Variety: सरसों, गेहूं के अलावा के किसान करें इन जौ की 5 उन्नत किस्म की खेती, मिलेगा बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी । अपने क्षेत्र में बुवाई के लिए बीज की अधिक जानकारी हेतु कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

 

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