किसानों को गेहूं, सरसों, चना व अन्य किस्म का बीज खरीदने से पहले कौन-कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए
जानें बीज की गुणवत्ता की पहचान कैसे करें
Selection of Pure Seeds: किसी भी फसल में अच्छा और शानदार उत्पादन प्राप्त करने के लिए किसानों को सही समय पर उर्वरक व रासायनिक खाद और दवा के साथ-साथ उन्नत किस्म के बीज का चयन करना बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा किसानों को अपने समय के अनुसार किस्म का चयन करें ताकि जलवायु के अनुकूल किस्म में बढ़िया पैदावार मिले और भूमि का चयन भी किस्म के आधार पर होगा तो अच्छा रहेगा। आइए जानें बीज की गुणवत्ता की पहचान कैसे करें, पूरी डिटेल…
अभी मौजूदा समय में खरीफ फसल जैसे नरमा, कपास, धान, मूंग, मोठ, बाजरा, ओर ग्वार की फसल अंतिम दौर में है या फिर कटाई हो चुका है। ऐसे में अब रवि सीजन में किसानों के द्वारा अगेती की सरसों की बुवाई का कार्य भी शुरू हो चुका है।
इस आगामी रवि सीजन में किसानों के द्वारा बुवाई के लिए गेहूं, सरसों, चना, मटर, मैथी, मक्का आदि व सब्जी (मूली, गाजर, आलू) के अलावा चारे की बीज (जई, बरसीम) का चयन नई किस्म (New Variety) का करते हैं। और फसलों में बी के लिए खरीदारी भी करते हैं।
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किस्म बीज की गुणवत्ता की पहचान कैसे करें: हमारे देश में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान वह देश के विभिन्न क्षेत्र में संस्थाओं के कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा किसानों के लिए उन्नत व नई किस्म को विकसित किया जाता है। लेकिन किसानों को सबसे ज्यादा अगर सावधान रहने की आवश्यकता है तो वह है बाजार में मिलावटी या फिर नकली बीज से सावधान रहना क्योंकि अक्सर किसानों को नकली बीज मिलने की शिकायत रहती है जिससे उन्हें आर्थिक खर्च के साथ-साथ पैदावार में भी नुकसान होता है।
वहीं कई बार तो देखा गया है कि किसानों को नकली मिलावटी बी की बुवाई करने पर अंकुरण दर में भी गिरावट आती है। जिससे सीधा सा उत्पादन पर असर रहता है और जो पौधे उगते हैं उसे पर भी खर्च अधिक होने के साथ-साथ पैदावार नहीं होता। इसलिए किसानों को किसी भी फसल का बीज खरीदने से पहले विशेष सावधानियां का ध्यान में रखकर ही खरीदना चाहिए ताकि भविष्य में होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
किसानों को रबी सीजन में गेहूं, सरसों, चना या अन्य फसल के नया बीज लेने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए की बीज अच्छा है। बीज लेने से पहले बी की अच्छे से जांच करें कि उसमें किसी भी तरह के घास या फिर अन्य फसल के बीज मिलावट न हो। किसानों को बीज लेते समय अगर अच्छे क्वालिटी यानी अंकुरण 80 से लेकर 90 प्रतिशत बेहद जरूरी होता है।
किसान को बीज की श्रेणी पहचानने के लिए टैग की जांच जरूरी करें। किसानों को नीला टैग का बीज प्रमाणित बीज , सफेद टैग आधार बीज, सुनहरा टैग प्रजनक बीज के लिए होता इसको पहचान करना चाहिए।
किसी भी फसल के बीज लेते समय बैग पर लिखा गया एक्सपायरी डेट को अवश्य ध्यान रखें। अगर एक्सपायरी डेट समाप्त हो तो ना लें। इसके अलावा किसान को बीज लेते समय अंकुरण क्षमता मानक स्तर है या नहीं यह भी अवश्य ध्यान रखें।
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रबी फसल बुआई में जलवायु सहनशील किस्मों का चयन करना
रबी सीजन में किसानों को अपने भूमि, पानी और जलवायु के अनुकूल किस्म का चुनाव करना चाहिए। क्योंकि इस समय कई बार जलवायु परिवर्तन होने से उत्पादन में गिरावट देखने को मिलती है जिसके चलते किसानों को पैदावार में नुकसान उठाना पड़ता है ऐसे में किसान इस जलवायु परिवर्तन के बढ़ते हुए प्रभाव को ध्यान में रखते हुए रबी के मौसम में फसलों की खेती के लिए जलवायु सहनशील वाले किस्म के बीच को खरीद कर ही बिजाई करना चाहिए।
क्योंकि इस समय मौसम में कई बार तापमान बढ़ने, सूखे की स्थिति देखने को मिल सकता है। जिसके चलते किसानों को उपज में भारी गिरावट देखा जा सकता है।
ऐसे में किसानों को जो नई किस्म है। और वातावरण के अनुसार सहन करने की क्षमता है। उनका चुनाव करें ताकि बढ़ते हुए तापमान को सहन कर सके और उत्पादन अच्छा मिले। वहीं इसके अलावा जलवायु परिवर्तन में भी बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है। जिससे कई स्थानों पर सूखे की समस्या भी देखने को मिल रही है। ऐसे में सूखे के साथ-साथ अधिक तापमान को सहन करें उन किस्म का चयन करने पर उत्पादन शानदार रह सकता है।
आज के दौर में किसानों के लिए खेती में कई तरह की दिक्कत आती है। उसमें से एक जलवायु परिवर्तन के कारण कई तरह की बीमारियां व किट रोग लग जाते हैं।
इसमें किसानों को उनके संपर्क ध्यान देना चाहिए जो जलवायु सहनशील हो और इन समस्याओं के लिए अधिक प्रतिरोध हो जिससे किसानों को अपने नजदीकी कृषि वैज्ञानिकों या विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही बीज की बुवाई करना चाहिए।
किसान बीज लेते समय मुख्य बातें ध्यान रखें
- किस किसी भी फसल का बीज बैग की खरीद करते समय उसे पर दी गई जानकारी को ध्यान से देख कर खरीदें की इस किस्म का बीज अकुंरण क्षमता व एक्सपायरी डेट समाप्त तो नहीं हुआ है।
- किस्म का बीज खरीदने पर पक्का बिल जरूर लेना चाहिए। जिस पर बिल खरीद का समय (तिथि), किस्म का नाम, कितना बीज है, कीमत और बैच नंबर की जानकारी सही से हो।
- किसी भी बीज को खरीदने से पहले बीज सही वजन होना चाहिए।
- किसानों को बीज बुकिंग या खरीदने से पहले सरकारी संस्थान, कृषि विश्वविद्यालय बीज केंद्र, विश्वसनीय व रजिस्टर्ड से ही लेना चाहिए।
- रबी फसल में बीज के बैग या पैक्ड को देखना चाहिए कहीं से कटा, फटा या हाथ से सिला नही हो।
- ऊपर दी गई जानकारी के आधार पर किसान बीज लेते हैं तो नकली बीज या मिलावट से बचाव हो सकता है। लेकिन फिर भी किसानों को नकली या फिर खराब बीज मिलता है तो आपके द्वारा लिया गया पक्का बिल के आधार पर किसान आपने आसपास के नजदीकी कृषि विभाग, कार्यालय या उप संचालक कृषि के कार्यालय में इसकी शिकायत कर सकते हैं।
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Conclusion:- आज आपने सुपर खेती पर जाना किसान बीज खरीदते समय गेहूं, सरसों, चना व अन्य किस्म बीज की गुणवत्ता की पहचान कैसे करें। अधिक जानकारी हेतु कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।