Sarso Teji Mandi Report: सरसों की कीमतों में 16 अक्टूबर 2024 बुधवार को सीमित उतार चढ़ाव देखने को मिला। दिल्ली लारेंस रोड पर सरसों की कीमतों में कोई भी उतार-चढ़ाव दिखाई नहीं दिया इसके साथ ही सरसों के भाव 6550 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। आइए जानें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट सरसों का एमएसपी बढ़ने से क्या पड़ेगा भाव पर असर, कैसा रहेगा बाजार भाव
सरसों का एमएसपी बढ़ने से क्या पड़ेगा भाव पर असर
वही राजस्थान प्रदेश की जयपुर मंडी में सरसों की कीमत ₹50 प्रति क्विंटल तक कमजोर हुआ। और गिरावट आने के चलते 6450 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। वहीं राजस्थान प्रदेश के भरतपुर मंडी में सरसों की कीमतों में 70 रुपए की तेजी देखने को मिली।
तेजी आने के चलते कीमत 6620 प्रति कुंतल दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश की सलोनी प्लांट में सरसों की कीमत में ₹50 तक की तेजी देखने को मिला और तेजी आने के चलते शमशाबाद, दिग्नेर सलोनी प्लांट में 7500 प्रति क्विंटल तक दर्ज किए गए। अन्य सभी मंडी में सरसों का भाव देखें 👉 यहां पर दबाएं
अलवर और कोटा सलोनी प्लांट में 7400 और मुरैना में 7500 प्रति कुंतल देखने को मिला। हरियाणा प्रदेश की चरखी दादरी मंडी में सरसों की कीमतों में ₹25 की तेजी देखने को मिली जिसके चलते सरसों की कीमत 6525 प्रति काउंटर पर दर्ज किया गया वहीं सरसों की दैनिक आवक की बात करें तो यह 3 लाख बोरी की रही।
सरसों के भाव में अक्टूबर महीने शुरू से लेकर अब तक 300 से 350 रुपए प्रति कुंतल तक की कमजोरी देखने वाली है। डिमांड से अधिक सप्लाई से सरसो में दिखा दबाव। वहीं सरकार ने सरसो की एमएसपी को 300 रुपये बढाकर 5950 किया। एमएसपी में बढ़ोतरी से सरसो की बुवाई के प्रति किसान का रुझान बढ़ेगा।
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सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट : तेल और खल में लगातार कमजोरी से मीलों की सरसो में मांग सुस्त पड़ी। बुवाई बढ़ने के अनुमान, नाफेड/हैफेड की लगातार बिकवाली और दिवाली के बाद तेलों की कमजोर डिमांड को देखते हुए टिकाऊ तेजी उम्मीद कम।
हमने आपको साप्ताहिक रिपोर्ट में भी दिखाया था की बीते कुछ वर्षों में दिवाली के करीब से सरसो मंदा होना शुरू हो जाता है। जयपुर चार्ट के अनुसार यहा से सपोर्ट 6275 पर नजर आ रहा है। जहा तक लम्बी अवधि में सरसो के भाव फिसल सकते हैं। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।
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Conclusion:- आज आपने सुपर खेती पर जाना सरसों का एमएसपी बढ़ने से क्या पड़ेगा भाव पर असर, अक्टूबर महीने में कितनी आई गिरावट, जानें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट । किसी भी फसल में तेजी या फिर मंदी आगामी दिनों में होने वाले मौसम के साथ-साथ डिमांड पर निर्भर करता है ऐसे में व्यापार अपने विवेक से करें और किसी भी व्यापार में नुकसान होने पर हम जिम्मेवार नहीं होंगे। क्योंकि हमारा काम है जानकारी देना। व्यापार अपने विवेक से ही करना चाहिए।