केंद्र सरकार के द्वारा हर वर्ष खरीफ व रबी दोनों ही सीजन में फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी करती है। लेकिन अब रबी की आगामी फसलों के लिए एमएसपी रेट यानी समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर किसान लगातार मांग कर रहे हैं। Rabi Corps MSP price 2025-26 रबी सीजन में फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर एमपी किसान सरसों, गेहूं, चना और मसूर फसल के लिए केंद्र सरकार से उम्मीद कर रहे हैं। कि एमएसपी में बढ़ोतरी की जाएगी। क्योंकि मौजूदा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान है और ऐसे में उम्मीद लगा रहे हैं कि MSP में बढ़ोतरी होगा।
Rabi Corps MSP price 2025-26 अपडेट
अबकी बार सोयाबीन उत्पादक राज्यों में फसल को काफी नुकसान हुआ है। और किसान लगातार इसके समर्थन मूल्य में बढ़ाने की मांग करते रहे। लेकिन अब किसानों की मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य में और वृद्धि की जाए और किसान की लागत के अनुसार तय करना चाहिए। वहीं गेहूं समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल को अधिक कर 3000 करने की मांग कर रहे हैं।
कितना बढ़ सकता है गेहूं का एम कीमत
हमारे देश में गेहूं रबी के सीजन में सबसे ज्यादा की जाने वाली फसल की खेती है। केंद्र सरकार के द्वारा 2024-2025 के न्यूनतम समर्थन मूल्य के आंकड़ों के अनुसार गेहूं की फसल में 7% की बढ़ोतरी की गई थी। इसके बाद गेहूं की कीमत एमएसपी बढ़कर 2125 रुपए से 2275 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
जानकारी के मुताबिक अगर अबकी बार गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य वर्ष 2025-2026 (Rabi Corps MSP price 2025-26) के दौरान देखने को मिल सकता है। क्योंकि भंडारण के अलावा सरकार के घरेलू खपत को देखते हुए गेहूं की खेती को बढ़ावा देने पर भी काम कर रही है। ऐसे में बीते साल की तरह इस बार गेहूं के एमएसपी रेट में 7% तक की वृद्धि की जाती है। तो किसानों को गेहूं का समर्थन मूल्य 2434 रुपए प्रति क्विंटल हो सकता है।
मसूर की एमएसपी में कितना हो सकता है वृद्धि
गेहूं की तरह ही बीते साल मसूर समर्थन मूल्य में 7% तक की वृद्धि देखने को मिली। जिसके चलते इसका कीमत ₹6000 से ऊपर होकर 6425 रुपए प्रति क्विंटल हुआ। और इस सीजन में भी मसूर की फसल का एमएसपी में बढ़ोतरी होने की संभावना है। बता दें की जानकारी के माने तो मसूर के समर्थन मूल्य में लगभग 2 से 3% तक की वृद्धि किया जा सकता है।
जिसका प्रमुख कारण है बीते साल घोषित किए गए समर्थन मूल्य उत्पादन लागत पर मार्जिन के मुकाबले में उच्च स्तर पर है। ऐसे में आने वाले रबी विपणन सत्र में मसूर का समर्थन मूल्य में दो फीसदी वृद्धि की जाती है। तो 6553 रुपए प्रति क्विंटल हो सकता है।
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चना का समर्थन मूल्य में कितना बढ़ोतरी
रबी के सीजन में चना की बुवाई भी बड़े स्तर पर होता है। और बीते साल चना का MSP रेट में दो फ़ीसदी की वृद्धि हुई। जिसके चलते एमएसपी रेट 5335 से ऊपर होकर 5440 प्रति क्विंटल हो गया।
वही इस वर्ष भी चना की खेती की ओर किसानों का रुझान बढ़े। इसलिए इसकी एमएसपी रेट में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
सरसों समर्थन मूल्य कितना बढ़ सकता है
Rabi Corps MSP price 2025-26: किसानों के द्वारा रबी के मौसम में सरसों की खेती भी देश में बड़ी मात्रा में होता है। और जिसके चलते खाद्य तेल की उत्पादन में एक बड़ी भूमिका निभाती है। सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बीते साल 4% तक की वृद्धि हुई। जिसके चलते कीमत 5450 से बढ़कर 5650 हो गया।
देश में खाद्य तेल के इंपोर्ट को कम करने के अलावा तिलहन की खेती को और बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2025-2026 के लिए सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 4% या इससे अधिक की वृद्धि देखने को मिल सकता है।
रबी फसल के लिए एमएसपी की घोषणा कब तक होगा
बता दे की रबी विपणन सत्र 2025-26 के लिए सरकार के द्वारा आने वाले कुछ सप्ताह में नए समर्थन मूल्य की घोषणा किया जा सकता है। सरकार के द्वारा नई एमएसपी के तय करने को लेकर किसान व उद्योग विशेषज्ञ अपनी नजर बनाए हुए हैं। क्योंकि नए MSP रेट के चलते आने वाले सीजन में खेती पर इतना असर होगा।
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