कृषि वैज्ञानिकों की राय से किसान प्राप्त करें प्याज और लहसुन का शानदार उत्पादन, जानें Pyaj Lahsun Ki Kheti
Pyaj Lahsun Ki Kheti: रबी सीजन का मौसम आरंभ होने के साथ ही किसानों के द्वारा रबी सीजन में बोई जाने फसल जैसे गेहूं, सरसों, जौ, मेथी, प्याज, लहसुन का कार्य शुरू हो जाता है। बहुत से ऐसे किसान जो लहसुन व प्याज की खेती करते हैं और उनको कम खर्चे में अधिक उत्पादन प्राप्त हो इसके लिए किसानों को क्या तरीका अपनाना चाहिए इसलिए सीहोर के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के द्वारा किसानों को जानकारी दिया गया है।
बता दें कि वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अनुसार रवि के सीजन के दौरान किसानों को खेती के लिए लहसुन व प्याज की उन्नत किस्म का चयन करना बहुत जरूरी है। और बीच का चयन करने के बाद बीज उपचार करने के बाद प्याज की रोपाई करना चाहिए। वहीं लहसुन की फसल की बुवाई का कार्य भी जल्द से पूरा करें। वहीं इसके अलावा प्याज वाला लहसुन की खेती में किसानों को संतुलित मात्रा में उर्वरक का भी उपयोग करना चाहिए।
प्याज की खेती के लिए जरूरी सलाह
जो किसान प्याज की खेती करते हैं उनके लिए वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक प्याज की उन्नत किस्म जैसे :- 1. भीमा रेड, 2. भीमा शुभ्रा, 3. भीमा श्वेता, 4. एग्री फाउंड रेड का चुनाव करना चाहिए।
इसके अलावा किसानों को प्रति हेक्टेयर 10 किलोग्राम बीच का इस्तेमाल करें। प्याज की खेती के लिए नर्सरी डालने से पहले किसानों को क्यारियों को बनाना होगा। जिसके लिए किसानों को इसकी चौड़ाई 1 मीटर, ऊंचाई 15 से 20 सेंटीमीटर और लंबाई 8 से 10 मीटर रखना होगा। वही कैरी ऑन के बीच की दूरी की बात करें तो 30 सेंटीमीटर रखा जाना चाहिए।
किसान जब बीज को नर्सरी में बुवाई करें उससे पहले फफूंद नाशक दवा जैसे कार्बेन्डाजिम मैन्कोजेब 2 ग्राम प्रति किलो बीच के साथ उपचारित करना चाहिए। अगर नर्सरी में पौधों का रंग पीला देखने को मिले तो ऐसी स्थिति में किसानों को N.P.K. (एन. पी. के.) 19:19:19 5 ग्राम को प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं।
प्याज के खेत में डीएपी और यूरिया का उपयोग
प्याज की फसल में किसानों को डीपी वह उड़िया को लेकर कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार रोपाई के समय प्याज की फसल में प्रति हेक्टेयर यूरिया 120 किलोग्राम और डीएपी 110 किलोग्राम का इस्तेमाल करना चाहिए।
किसान भाइयों को इस बात का अवश्य ध्यान रखें की डीएपी खाद की पूरी मात्रा रोपाई के समय वही नाइट्रोजन की मात्रा एक तिहाई मात्रा रोपाई के समय दें। वहीं जो बाकी की दो हिस्सों में बाकी रहेगा उसको बराबर बांटकर रोपाई के 30 दिन और 45 दिन बाद देना चाहिए।
इसके अलावा किसानों को अपने प्याज के फसल में सूक्ष्म पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए अजीब सल्फेट 21% जो की प्रति हेक्टेयर 25 किलोग्राम और जैव उर्वरक एजोस्पाइरिलम और फास्फोरस घोलक जीवाणु 5 किग्रा प्रति हेक्टेयर का इस्तेमाल करें।
प्याज के फसल में खरपतवार की रोकथाम करना
जब किसान अपने खेत में प्याज की रोपाई हो जाए और उसके तीन दिन के अंदर खरपतवार नाशक दवा प्रति हेक्टेयर पेंडामिथिलीन 30 ईसी (Pendiethylene 30 EC) मात्रा 3.25 लीटर या फिर इसके अलावा किसान ऑक्सीफ्लोरफेन 23.5 प्रतिशत (Oxyfluorfen 23.5%) मात्रा 650 मिली प्रति हेक्टेयर को 500 से लेकर 600 लीटर पानी में अच्छे से घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए।
जो किसान प्याज की फसल का रोपाई का कार्य कर चुके हैं और उनकी फसल 30 से 35 दिन का हो चुका है तो ऐसे में खरपतवार नाशक दवा क्विजेलोफॉफ इथाइल ऑक्सीफ्लोरफेन 6% (Quizelofof Ethyl Oxyfluorfen 6 ) मात्रा 1 लीटर या फिर इसके अलावा प्रोपाक्यूजाफॉफ 5 प्रतिशत + ऑक्सीफ्लोरफेन 12 प्रतिशत Propacuzaf 5% + Oxyfluorfen 12%) मात्रा 875 मिली प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव किया जा सकता है । प्याज की सफाई करने के बाद आवश्यकता के अनुसार 3 से 4 बार हल्की सिंचाई करना चाहिए।
लहसुन के किसान को सलाह
वे किस जो लहसुन की खेती करने के इच्छुक हैं उन किसानों को उन्नत किस्म का जैसे जैसे :- 1. यमुना सफेद-1 (जी-1), यमुना सफेद-2 (जी-50), यमुना सफेद-3 (जी-282), यमुना सफेद-4 (जी-323) और एग्री फाउंड व्हाइट में से किसी का चुनाव कर सकते हैं।
किसानों को लहसुन की कलियां 6 से लेकर 7 का क्विंटल प्रति हेक्टेयर बुवाई कर सकते हैं जिसके लिए किसानों को डिवलिंग विधि या फिर इसके अलावा कूंड में लगाया जा सकता है।
किसानों को कुंड में लहसुन लगाने के लिए एक कतार से दूसरी कतार की दूरी 15 सेंटीमीटर एक पौधे से दूसरी पौधे की दूरी 7.5 सेंटीमीटर और लहसुन बीज की गहराई 5 सेंटीमीटर पर रखें। किसानों को लहसुन की फसल में अच्छा उत्पादन प्राप्त हो इसके लिए गोबर की गली सड़ी हुई पक्की खाद 20 से 25 टन या फिर केचुआ या कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करना चाहिए।
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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।