किसानों को सितंबर के महीने में मटर की अगेती की खेती के लिए कौन-कौन से पांच किस्म और Peas 5 Improved Variety जाने इसकी विशेषताएं और पकने का समय
हमारे देश में किसानों को किसी भी फसल को लगाने से पहले जानकारी होना बहुत जरूरी है। जिसके लिए बता दें कि कई ऐसी फसल हैं जिनको सीजन के हिसाब से बुवाई किया जाता है। आज के इस महंगाई के दौर में हरी सब्जियों की काफी ज्यादा मांग बनी रहती है। ऐसे में किसानों को अपने खेतों में अच्छी इनकम के लिए सही किस्म और सही सीजन का चुनाव करना बहुत जरूरी हो जाता है।
Peas 5 Improved Variety: सब्जियों की डिमांड रहने के कारण किसानों का सब्जियों की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में किस सितंबर महीने में आगे की खेती करने की इच्छुक हैं। तो मटर की खेती कर सकते हैं, क्योंकि इस खेती से अच्छी आमदनी होगा और हरी मटर की कई किस्म है जिसे लगाकर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को उन्नत किस्में जैसे पूसा श्री, पंत मटर 155, काशी नंदिनी, आर्केल, व अर्ली बैजर अगेती किस्म का चुनाव कर सकते हैं।
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Peas 5 Improved Variety
आज हम आपको मटर की अगेती खेती में अधिक पैदावार देने वाली किस्म के बारे में जानकारी दिया जाएगा।
1. मटर की किस्म अर्ली बैजर की खेती
Matar variety Early Badger Details: मटर की वैरायटी अर्ली बैजर विदेशी किस्म में से एक है। इस मटर के समय पौधों का लंबाई बेना रहता है और फलियां में दाना में झुरी देखने को मिलता है। इस किस्म को लगाने पर करीब 50 दिन से 60 दिन में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाएगा।
2. मटर किस्म पंत मटर 155 की खासियत जानें
Matar Variety Pant Matar 155 Details: मटर की यह वैरायटी एक अगेती होने के साथ-साथ हाइब्रिड किस्म है। इस किस्म को डीडीआर 27 और पंत मटर 13 से तैयार किया गया है।
पकने में समय अवधि : मटर की यह Pant Matar 155 किस्म किसान बिजाई करने के बाद 30 दिन से 35 दिन में ही फूल बना शुरू हो जाता है। और 50 से 55 दिन में ही फसल तैयार हो जाएगा।
रोग प्रतिरोधक क्षमता कितना: मटर की इस किस किस्म को रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी मानी जाती है बता दें कि इस किस्म में फली छेदक रोग और चूर्ण फफूंद भी प्रभाव कम देखने को मिलता है।
3. मटर की किस्म पूसा श्री
Matar Variety Pusa Shree Details: मटर की वैरायटी पूसा श्री आगे की किस्म में से एक है और यह किस्म मुख्य रूप से उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में बिजाई के लिए उपयुक्त माना जाता है।
पकने का समय और उत्पादन: पूसा श्री मटर किस्म को लगाने के 45 दिन से 50 दिन में फसल तुड़ाई के शुरू होता है। इस किस्म में हर फली में दानों की संख्या 6 से 7 तक बनता है। इसके उत्पादन की बात करें तो 20 से 21 क्विंटल हरी मटर फली का प्रति एकड़ उत्पादन मिलता है।
4. मटर किस्म काशी नंदिनी की मुख्य विशेषताएं
Matar Variety Kashi Nandini Details: मटर की वैरायटी काशी नंदिनी फसल वाली किस्म है। इसमें लगने वाली सभी फलियां एक साथ ही तुड़ाई के लिए तैयार हो जाएगा।
पकाव में समय लगता है: मटर की यह वैरायटी बुवाई करने की 60 दिन से 65 दिन के करीब फली तुड़ाई के लिए शुरू हो जाएगा और इसकी पारियों में दोनों की संख्या 7 से 9 होता है।
पैदावार मिलेगा: मटर की इस वैरायटी में प्रति हेक्टेयर 110 क्विंटल से लेकर 120 क्विंटल तक का उत्पादन ले सकते हैं।
5. मटर की किस्म आर्केल कैसा है
Matar Variety Arkel Details: मटर की आर्केल वैरायटी एक यूरोपियन फसल वाली किस्म है। और यह काम समय में पकने वाली और दाना मीठा होता है।
समय अवधि कितना: किसान भाई मटर की इस वैरायटी को लगाने के बाद लगभग 60 दिन से 65 दिन में चौड़ाई के लिए शुरू हो जाएगा और इसमें लगने वाली फलियां की लंबाई की बात करें तो यह किस्म में 8 से 10 सेंटीमीटर तक रहेगा और 5 से 6 दाने का मटर बनेगा।
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Conclusion:- आज आपने जाना मटर की फसल अगेती सितंबर महीने में 5 अच्छी किस्म (Peas 5 Improved Variety) जिसको पकने का समय, उत्पादन, रोग प्रतिरोधक क्षमता व अन्य जानकारी। किसान अधिक जानकारी के लिए अपने आसपास के किसी भी कृषि विभाग से भी जानकारी ले सकते हैं।
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।