Aalu Ki Kheti: देशभर की किसानों को फसलों में जलवायु परिवर्तन होने के चलते काफी ज्यादा समस्याएं उत्पन्न हो रही है। जिसके चलते उन्हें कई कठिन समस्या होने से उत्पादन में काफी असर हो रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हाल ही में कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की गई 109 नई किस्म को विकसित किया गया जो जलवायु परिवर्तन के होने वाले समय के अनुसार तैयार किया गया है। 2024 में तैयार की गई आलू की नई 3 उन्नत किस्में कौन सी हैं, 1. कुफरी चिप्सोना-5 2. कुफरी जमुनिया 3.कुफरी भास्कर के बारे में जाने उत्पादन से लेकर सभी प्रकार की विशेषताएं आज हम आपको सुपर खेती (www.superkheti.com) से जान पाएंगे…
आलू की नई 3 उन्नत किस्में कौन सी हैं
आज की इस बदलते हुए आधुनिक दौर में नई-नई तकनीक का आविष्कार जरूर हुआ है लेकिन किसानों को सबसे बड़ी समस्या जलवायु परिवर्तन को लेकर है। जिसका सीधा सा असर फसल पर पड़ता है क्योंकि जलवायु परिवर्तन होने के चलते कभी सुख पढ़ना तो कभी जरूर से अधिक बारिश का गिरना या तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी या गिरावट देखने को मिलती है। जिसके लिए जलवायु परिवर्तन के अनुकूल किस्म का होना बहुत जरूरी होता है।
कृषि प्रधान देश होने के नजरिया से खेती में उत्पादन एक अहम भूमिका निभाता है नहीं तो अर्थव्यवस्था पर एक सीधा सा असर देखने को मिलेगा। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के द्वारा इस समय बढ़ रहे जलवायु परिवर्तन को देखते हुए आलू की नई तीन किस्म जो जलवायु के अनुकूल है उनको विकसित किया गया है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के द्वारा तैयार की गई में आलू की नई टीम जिस को जलवायु अनुकूल माना जा रहा है और वैज्ञानिकों के मुताबिक इन आलू की किस्म में भिन्न भिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियों में भी अधिक उत्पादन मिलेगा।
इसके अलावा वैज्ञानिकों के मुताबिक तैयार की गई किस्म में रोग प्रतिरोधक क्षमता तो अच्छा होगा ही साथ ही इनको किस लंबे समय तक भंडारण भी कर सकते हैं। लगातार बढ़ते हुए तापमान को सहन करने की समस्या से भी राहत मिलेगी वहीं इन किस्म को कम पानी में भी अच्छा उत्पादन किया जा सकता है। वहीं अगर किसान इन किस्म की खेती में उपयोग में लेंगे तो सूखा की स्थिति में भी अच्छा उत्पादन मिलेगा।
1. आलू की किस्म कुफरी चिप्सोना-5 की विशेषता
Potato variety Kufri Chipsona-5: आलू कुफरी चिप्सोना-5 वैरायटी को हिमाचल प्रदेश में स्थित केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (ICAR) शिमला के द्वारा होने ज्यादा उत्पादन प्राप्त होने वाली किस्म विकसित किया गया है।
- पकने में समय: आलू की यह नई किस्म को लगाने के इच्छुक हैं तो उनको इस किस्म में पकने में 90 से लेकर 100 दिन तक का समय रहेगा।
- कितना उत्पादन मिलेगा : इस आलू की नई वैरायटी को लगाने पर प्रति हेक्टेयर में लगभग 35 टन का उत्पादन प्राप्त होगा।
- रोग प्रतिरोधी किस्म कितना: आलू की नई कुफरी चिप्सोना-5 किस्म में बुवाई के दौरान लेट होने पर झुलसा रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधक क्षमता है।
- बुवाई वाले राज्य: आलू की यह वैरायटी में किसान जो मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और गुजरात में रहने वाले बुवाई कर सकते हैं।
2. आलू की किस्म कुफरी जमुनिया में क्या विशेषता हैं
Potato variety Kufri Jamunia: आलू की नई किस्म कुफरी जमुनिया को केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (ICAR) के द्वारा शिमला, हिमाचल प्रदेश में तैयार की गई किस्म है।
- राज्य बुवाई: आलू की नई वैरायटी को देश के गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब , बिहार, पश्चिम बंगाल और असम के साथ उड़ीसा राज्य के लिए तैयार किया गया है।
- पकाव का समय: इस वैरायटी को किसान भाई 90 दिन से लेकर 100 दिन में फसल ले सकते है।
- प्रति हेक्टेयर उत्पादन: वैरायटी को लगाकर किसान प्रति हेक्टेयर में 32 टन से अधिकतम 35 टन का उत्पादन ले सकते है।
3. आलू की किस्म कुफरी भास्कर में क्या विशेषता हैं
Potato variety Kufri bhaskar: आलू की कुफरी भास्कर इस नई वैरायटी को भी केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, ICAR की ओर से शिमला (हिमाचल प्रदेश) में अधिक उत्पादन देने के साथ ही जलवायु परिवर्तन को देखते हुए विकसित किया गया किस्म है।
- बिजाई वाला राज्य: आलू की कुफरी भास्कर देश के राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड के मैदानी भाग, गुजरात, उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए उपयुक्त माना गया है।
- बुवाई समय: यह किस्म अगेती बुवाई के लिए है, किसानों जरूर ध्यान रखें।
- फसल का समय: यह किस्म 85 दिन के समय से 90 दिन का समय लगता है।
- पैदावार मिलेगा: आलू की इस कुफरी भास्कर किशन से किसानों को प्रति हेक्टेयर 30 से लेकर 35 टन तक का उत्पादन प्राप्त होगा।
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Conclusion:- आज आपको (www.superkheti.com) इस आर्टिकल में आलू की नई 3 उन्नत किस्में कौन सी हैं, इसका कितना उत्पादन, पकने में होने वाला समय, कहां कहां पर बुवाई करें। रोग प्रतिरोधी किस्म आदि सभी प्रकार की विशेषताएं की जानकारी दी गई। इससे आपको अपने फसल लगाकर शानदार उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने नजदीकी कृषि विभाग में प्राप्त कर सकते हैं।
FAQ
1. आलू की उन्नत किस्में कौन सी हैं?
देशभर में आलू की खेती कई राज्यों में होता है और कई किस्म कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार किया गया है। हाल ही में कुफरी भास्कर, कुफरी जमुनिया और चिप्सोना 5 के अलावा कुफरी सिंदूरी, कुफरी पुखराज किस्म,, कुफरी अलंकार और कुफरी नीलकंठ आदि वैरायटी तैयार कर सकते हैं।
2. पुखराज आलू कितने दिन में तैयार हो जाता है?
कुफरी पुखराज की यह किस्म को पकने में करीब 80 दिन से लेकर 90 दिन का समय लगता है।