किस किस किसान भूमि सुधार के लिए जिप्सम पर सब्सिडी, जानें Gypsum Subsidy Scheme 2024 की पूरी जानकारी…
Gypsum Subsidy Scheme 2024: हमारे देश में किसानों के द्वारा की जाने वाली किसी भी मौसम में फसल के लिए सबसे अधिक आवश्यकता अगर होती है तो वह होती है मिट्टी में पोषक तत्वों का होना। जिसकी पर्याप्त मात्रा को बनाए रखने के लिए किसानों के द्वारा खाद व उर्वरक दिया जाता है। और इसके ऊपर सरकार की द्वारा सब्सिडी भी दी जाती है ताकि किसानों के ऊपर आर्थिक खर्च को कम किया जा सके।
हमारे देश में बहुत सा ऐसा क्षेत्र जहां पर क्षारीय भूमि है और उपजाऊ ना होने के चलते खाली रह जाता है। इसी में सुधार के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा भूमि में जिप्सम (gypsum) की कमी को दूर करने के उद्देश्य से किसानों को जिप्सम पर सब्सिडी (subsidy) दिया जा रहा है।
यानी किसानों को जो सब्सिडी पर जिप्सम प्राप्त होगा उसको खेत में छिड़काव करने से मिट्टी में जिप्सम की कमी को पूरा किया जा सकता है और भूमि में स्वास्थ्य सुधार भी होगा और पैदावार में अच्छा लाभ मिलेगा। जमीन में जिप्सम की कमी को पूरा करने के बाद किसानों को उत्पादन तो अच्छा मिलेगा ही साथ ही क्वालिटी भी अच्छी होती है। यानी क्षारीय भूमि में जिप्सम के उपयोग से जमीन उपजाऊ हो जाता है।
Gypsum Subsidy Scheme 2024: ऐसे में जिन किसानों की भूमि क्षारीय होने के चलते बंजार या खाली पड़ी है उन किसानों को प्रदेश सरकार के द्वारा दी जाने वाली जिप्सम पर सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं।
जिप्सम जमीन में क्या काम करता है
Gypsum Ka Upyog Kahan Kiya Jata Hai: जिप्सम जिप्सम को रासायनिक रूप में कैल्शियम सल्फेट (CaSO42H2O) भी कहा जाता है। जो की एक प्राकृतिक द्वितीयक खनिज होता है। जिप्सम में सल्फर की मात्रा करीब 16% के करीब होता है। वही कैल्शियम की मात्रा 16 से लेकर 19 % तक पाई जाती है। जिसके चलते इसका उपयोग खेती में क्षारीय भूमि को समस्त करने के साथ-साथ पोषक तत्वों के रूप में भी डाला जाता है।
देश के देश के जिन हिस्सों में क्षारीय भूमि उनमें जिप्सम डालने से जमीन में उपजाऊ बनाने के साथ-साथ अधिक उत्पादन भी लिया जा सकता है।
किसानों के द्वारा दलहन तिलहन या फिर गेहूं की फसल में पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए इस्तेमाल किया जाए तो मिलने वाला अनाज की क्वालिटी व पैदावार में बढ़ोतरी हो सकता है।
प्रदेश के कितने किसानों को मिल रहा जिप्सम पर सब्सिडी लाभ
बता दें कि राज्य के किसानों को सरकार के द्वारा चलाई गई योजना के माध्यम से वर्ष 2024-25 में राज्य के 20000 किसानों क्षारीय भूमि में सुधार और
पोषक तत्व के रूप मिलने वाला है। यह किसानों को
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (National Food Security Mission) के तहत गेहूं, दलहन की फसल में इस्तेमाल के लिए किसानों को सब्सिडी दिया जाएगा।
कितना मिलेगा जिप्सम पर सब्सिडी
Gypsum Subsidy Scheme 2024 Online Form Apply: राज्य के किसानों को साल 2024 व 2025 में राजस्थान सरकार की ओर से कृषि विभाग दौसा के माने तो क्षारीय भूमि सुधार में इस्तेमाल के लिए जिप्सम पर 100% अनुदान मिलेगा। जोकि किसानों को 0.5 हेक्टेयर भूमि के लिए अधिकतम मिलेगा।
किसानों को अपनी भूमि में जिप्सम की मांग की मुताबिक अधिकतम जिप्सम 1.50 मेट्रिक टन दिया जाएगा।
बता दें कि राष्ट्रीय कृषि विकास के तहत चलाई जा रही सोहेल हेल्थ फर्टिलिटी कम्पोनेंट के तहत भूमि में सुधार के लिए जिप्सम किसानों को अधिकतम दो हेक्टेयर भूमि के लिए 50% अनुदान मिलेगा। किसानों के द्वारा अपने भूमि में सुधार के लिए जिप्सम की मांग के मुताबिक अधिकतम 5 मेट्रिक टन प्रति हेक्टेयर मिलेगा।
किसानों को राष्ट्रीय खाद्य मिशन के अंतर्गत दलहन फसलों में 50% अनुदान जिस पर प्रति हेक्टेयर में ढाई सौ किलोग्राम जिप्सम मिलेगा या फिर अधिकतम 750 रुपए प्रति हेक्टेयर किस को दो हेक्टेयर तक सब्सिडी मिलेगा।
जिप्सम पर मिलने वाली सब्सिडी कहां पर करें आवेदन
अगर आप राजस्थान प्रदेश की रहने वाली किसान हैं और आप खेती करते हैं तो आपको राजस्थान सरकार के द्वारा जिप्सम की मांग करने पर जिप्सम पर सब्सिडी मिलेगा इसके लिए राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं जिसके लिए किसानों को अपना जन आधार नंबर के साथ ओपन कर ऐप से अपनी जिप्सम को मंगवा कर अपनी भूमि में इस्तेमाल कर सकते हैं।
जिसके लिए किसानों के पास अपने भूमि की मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला से द्वारा प्राप्त की गई रिपोर्ट में 6 महीने से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए और इसमें जिप्सम की कमी की रिपोर्ट होना चाहिए। इसके अलावा अगर किसान इससे जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अपने आसपास की क्षेत्र में नजदीकी कृषि विभाग से भी जानकारी ले सकते हैं।
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