Farmers’ Cotton Crop Update: किसानों की कपास फसल हो रही भारी बारिश से बर्बाद, जानें एक्सपर्ट्स ने बताया उत्पादन में कितना असर

कपास की फसल में भारी बारिश से उपज में पड़ेगा कितना बड़ा असर, Farmers’ Cotton Crop Update जानें एक्सपर्ट्स क्या कह रहे

Farmers’ Cotton Crop Update: इस बार मानसून के इस सीजन में गुजरात प्रदेश में भारी बारिश के चलते कपास की फसल में काफी नुकसान देखने को मिला है। वही इस बार बुवाई के आंकड़े पहले से ही कमजोर हुए हैं।

अबकी बार कपास कमजोर बुवाई होने के साथ देशभर में भारी बारिश जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान गुजरात राज्य में असर देखने को मिला है। गुजरात प्रदेश में आईएमडी (IMD) मौसम विभाग के अनुसार 8 सितंबर तक भारी बारिश रहने का अलर्ट घोषित किया गया है।

बीते दिनों से लगातार राजस्थान और गुजरात राज्यों में भारी बारिश देखने को मिली है जिससे कपास की फसल में भी नुकसान हुआ है बता दें कि अन्य राज्यों में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग आईएमडी के मुताबिक 10 सितंबर तक भारी बारिश देखने को मिल सकती है।

गुजरात राज्य में इस वर्ष कॉटन का उत्पादन अनुमान 90.60 लाख बेल्स महाराष्ट्र राज्य में कपास का उत्पादन 80.45 लाख बेल्स का अनुमान है।

तेलंगाना राज्य में कपास के उत्पादन की बात करें तो
50.80 लाख बेल्स होने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा कर्नाटक राज्य में कॉटन पैदावार 20.47 लाख बेल्स और राजस्थान में कॉटन 26.22 लाख बेल्स का अनुमान लगाया जा रहा है।

 

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कितना हुआ कपास फसल को नुकसान

गुजरात प्रदेश में बीते एक सप्ताह के अंदर करीबी 20 से 25 इंच बारिश अधिक हुआ है। वहीं बीते साल के मुकाबले में कॉटन की बुवाई का क्षेत्र भी कम रहा है। क्योंकि बीते कुछ सालों में कपास की फसल पर हो रहे किट और रोगों का प्रकोप देखते हुए किसानों ने बुवाई का रकबा घटा है। मिली जानकारी के मुताबिक इस बार कॉटन की बुवाई का रकबा करीब 10 फीसदी कम माना जा रहा है। वही इस समय हो रही भारी बारिश के चलते कुछ जगहों पर फसल भी नष्ट हो चुका है।

Farmers’ Cotton Crop Update:- मौजूदा समय में फसल में फूल और फल बनने की स्थिति में है। वहीं बारिश होने से फसल में करीब 20 से 25% तक का नुकसान देखने को मिल रहा है। जिसके चलते AICFPOA के प्रेसिडेंट मनीष डागा के मुताबिक कपास का उत्पादन इस साल 10% तक की कमी देखने को मिली है। वही अगस्त महीने में बारिश करीब 30% तक अधिक देखने को मिला है। फसलों में पानी भरने से फसल बर्बाद हो रही है और पानी निकालने के बाद सही से आकलन का पता लगेगा की फसल में कितना नुकसान हुआ है।

 

वही हरियाणा और राजस्थान प्रदेश में जहां पर बारिश जरूर के हिसाब से बारिश हुआ है। वहां पर फसल अच्छी बताई जा रहा है। क्योंकि अबकी बार गुलाबी सुंडी का असर बीते साल से कम रहा है। वहीं फसल बुवाई का रकबा घटा है। लेकिन उत्पादन का सही से अनुमान फसल की चुगाई (चुनाई) के समय पर ही लगाया जा सकता है। गुलाबी सुंडी और अन्य किट का इस बार कितना उत्पादन में नुकसान हुआ है।

 

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