भारत सरकार की ओर से खाद्य तेल के शल्क को सितंबर महीने में शुल्क मुक्त आयात को समाप्त कर 20% टैक्स लागू किया गया। तर्क यह यह था कि किसानों को सोयाबीन भाव अच्छा मिल सकेगा लेकिन इसके चलते भले ही खाद्य तेल की कीमत थोड़ी तेज हो।
Soybean Rate Less MSP Price
इसी कारण से त्योहारी सीजन में खाद्य तिलों के कीमत में उछाल देखने को मिला। लेकिन सोयाबीन की कीमत एमएसपी से नीचे बिक रही है। यानी खाते तेल में आज तेजी से उपभोक्ताओं को वहीं अब सोयाबीन की कीमत नीचे होने से किसानों को लाभ नहीं मिला है।
Soybean Rate Less MSP: बीते दिनों से सोयाबीन मंडियों में सरकारी समर्थन मूल्य से कीमत काफी नीचे चल रहा है। वहीं के केंद्र सरकार ने सोयाबीन उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश के अलावा अन्य में भी समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद का घोषणा भी किया गया है। घोषणा होने के बावजूद कीमतों पर कोई असर नहीं हुआ।
केंद्र सरकार ने वर्तमान मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) यानी एमएसपी रेट 4892 रुपए प्रति क्विंटल। जो कि सोयाबीन न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24 के 4600 रुपए प्रति क्विंटल से 292 अधिक है। वहीं सोयाबीन औसत थोक मंडी भाव 4500 रुपए से 4600 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया जा रहा है।
सीजन के दौरान किसानों से सरकार की ओर से एमएसपी पर खरीद बड़ी मात्रा में करने का फैसला किया गया है। जिसके चलते एनसीसीएफ व नाफेड एजेंसियों की ओर से खरीद का काम भी शुरू किया जा चुका है।
सरकार की ओर से सोयाबीन खरीद के लिए गुणवत्ता मानक सख्त होने के साथ-साथ खरीद का कार्य भी धीमी गति से चल रहा है। मिले आंकड़ों के मुताबिक पीते सप्ताह के अंतिम तक सरकारी एजेंसियों की ओर से मूल्य समर्थन योजना के तहत महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक व तेलंगाना राज्यों में सभी को मिलाकर केवल 26442 टन सोयाबीन की खरीद हुई है।
सितंबर के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग सीजन 2024-25 केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से सोयाबीन की खरीद कुल मिलाकर 32.20 लाख टन मंजूरी दी थी। जो कि निम्नलिखित नीचे दिए गए हैं
1. मध्य प्रदेश 13.60 लाख
2. महाराष्ट्र 13 लाख
3. राजस्थान 2.90 लाख
4. कर्नाटक 1.00 लाख
5. गुजरात 90 हजार टन
6. तेलंगाना 50 हजार टन
मध्य प्रदेश में सोयाबीन की कम कीमत को देखते हुए जरूरत के अनुसार ही किसान सोयाबीन की बिक्री रहे हैं। इंदौर मंडी में सोयाबीन की ऊंची कीमत पर प्लांटों की लेवाली बेहद कमजोर रहने व अराइवल अधिक होने के चलते कीमत कम दर्ज किया गया।
11 नवंबर सोमवार को प्लांट खरीद के भाव 4450 रुपए से 4500 रुपए प्रति क्विंटल बोला गया। सोया तेल में कारोबार सामान्य रहे भाव में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया।
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