Sarso Ki Kheti: मौजूदा समय में किसानों के द्वारा गेहूं के बाद सरसों की खेती सबसे अधिक खासकर उत्तर भारत और मध्य भारत के राज्यों में किया जा रहा है। वही जनवरी का महीना जैसे-जैसे गुजर रहा है कड़ाके की ठंड के साथ-साथ कई तरह के रोग व कीट का खतरा (Mustard Crop Diseases) भी बना हुआ है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल में सभी जरूरी सावधानी और उपाय कर लेने चाहिए नहीं तो पैदावार में काफी असर देखने को मिल सकता है।
Mustard Crop Diseases की जानकारी
इस समय फसल की सही समय पर देखभाल के साथ-साथ की कीट या रोग की रोकथाम समय पर ना हो तो फसल पूरी तरह से चौपट भी हो सकता है। किसानों को इस समय के दौरान सरसों की फसल में होने वाले रोग व कीट की जानकारी इस आर्टिकल के द्वारा प्राप्त होगा। जिससे किसानों को भारी नुकसान से बचाया जाए।
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Mustard Crop Diseases: आज हम सरसों की फसल में नुकसान पहुंचाने वाले किट आरा मक्खी और लाही के बारे में जानकारी के बारे में बताने वाले हैं जिसमें इसकी पहचान और इसकी रोकथाम कैसे किया जा सकता है।
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फसल में लाही कीट होने की पहचान
Aphid Insect: किसानों की जानकारी के लिए बता दें कि लाही किट सरसों के पौधों पर यह कीट तना, पत्तियां और फूलों का रस चुस्ता है और उन्हें नुकसान पहुंचता है। और यह सरसों की फसल में मुलायम किट पंख हीन और पंख युक्त दोनों ही रूप में दिखाई देता है जो की हरा कला और पीले रंग का दिखाई देता है। सरसों की फसल में यह कीट लगने पर शिशु वह वयस्क अवस्था दोनों में ही नुकसान पहुंचता है। सरसों की फसल में इस किट के लगने से निम्नलिखित नुकसान दिखाई दे सकते हैं जो कि नीचे दिए गए।
लाही किट के नुकसान
- फसल में लाही किट के प्रकोप के चलते यह फसल के पौधों का रस चुस्ता है और पौधों की पत्तियों में धीरे-धीरे हो जाना शुरू हो जाता है और फिर सिकुड़ने लगती है। जिसके चलते पौधों के विकास और बढ़ोतरी में काफी कमी आती है और फसल कमजोर हो जाता है।
- सरसों की फसल पर जब लाही किट का प्रकोप होने पर फूलों की संख्या में भी भारी गिरावट होने लगती है। जिससे फसल के उत्पादन में काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- सरसों की फसल में इस किट के चलते फलियां में दाना का भराव सही से नहीं हो पाएगा या फिर यूं कहे दाना नहीं बन पाते। जिसके चलते पैदावार में भारी मात्रा में गिरावट हो जाता है।
- इसके प्रकोप से पौधों के विकास की गति रुकने से पौधे कमजोर होने लगते हैं। जिसके कारण पौधे की संरचना के साथ-साथ स्वास्थ्य कमजोर भी होने लगता है।
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सरसों फसल में लाही कीट से बचाव कैसे करें
सरसों की फसल में लाही किट के प्रकोप दिखाई देने पर या इससे पहले किसानों को कुछ उपाय करना चाहिए। ताकि फसल को इस किट से बचाव हो सके
1). किसानों को अपने खेत में उगने वाली खरपतवार को समय-समय पर हटाते रहना चाहिए ताकि इस रोग को लगने से रोका जा सके।
2). सरसों की फसल को लाही किट से बचाव में प्रति हेक्टेयर भूमि में 10 येलो फेरोमेन ट्रेप का उपयोग किया जाना चाहिए।
3). किसानों को अपनी फसल में नीम आधारित कीटनाशी एजाडिरेक्टिन 1500 PPM जो कि 5 मिली लीटर को प्रति लीटर पानी के साथ अच्छे से घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए।
4). किसानों को सरसों के फसल में लाही किट के अधिक बढ़ने पर ऑक्सीडेमेटान मिथाइल 25 ईसी (Oxydeamtan Methyl 25 EC) रासायनिक कीटनाशक का छिड़काव प्रति लीटर पानी में 1 एमएल के साथ घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए।
5). वहीं फसल में अधिक प्रकोप दिखाई दे तो इसके लिए थायोमेथाक्साम 25 प्रतिशत डब्लू जी. (Thiomethoxam 25% WG) के 1 ग्राम का प्रति लीटर पानी के साथ घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए।
6). या फिर इसके अलावा किसान सरसों के फसल में 3 लीटर पानी के साथ 1 एमएल इमिडाक्लोप्रिड 17.8% (imidacloprid 17.8%) का छिड़काव करने पर अच्छे परिणाम मिलेगा।
सरसों फसल में आरा मक्खी की पहचान
सरसों के खेत में लगने वाले आरा मक्खी किट काफी नुकसान होता है। वयस्क आरा मक्खी यह देखने में नारंगी और पीले रंग का देखने को मिलता है। और इसका सिर काला रंग का दिखाई देता है। वहीं इसके मादा किट के बारे में बात करें तो यह ओभिपोजिटर आरी के जैसा दिखता है। फसल में इसके प्रकोप होने से भारी नुकसान होता है। क्योंकि यह पौधे को टेढ़े मेढ़े तरीके से खाती है और फसल के पत्तों को पूरी तरह खा जाती है।
आरा मक्खी के रोकथाम कैसे करें
किसानों को अपनी फसल में होने वाले आरा मक्खी किट से बचाव में एजाडिरेक्टिन 1500 PPM नीम आधारित कीटनाशी 5 मिली लीटर को प्रति लीटर पानी के साथ फसल पर छिड़काव करना चाहिए।
वहीं फसल में आरा मक्खी प्रबंधन करने के लिए डायमेथोएट 30 प्रतिशत ईसी (Dimethoate 30 percent EC) को प्रति मिली लीटर पानी के साथ छिड़काव करना चाहिए।
या फिर इसके अलावा फसल पर क्वीनलफॉस 25 प्रतिशत ई. सी. (Quinalphos 25 Percent E.C.) का छिड़काव प्रति लीटर पानी में 1.5 एमएल की मात्रा में छिड़काव किया जा सकता है।
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नोट : आज आपने जाना Super Kheti पर सरसों के फसल में लगने वाले (Mustard Crop Diseases) 2 किट आरा मक्खी व लाही किट के पहचान और बचाव करना। वहीं इन दोनों कीट के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने आसपास नजदीकी कृषि विशेषज्ञ क्यों है कृषि विभाग से जानकारी प्राप्त करना चाहिए।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।