गेहूं सोयाबीन की कीमत में बीते दिनों कितना हुआ बदलाव, जानें आगे गेहूं, सोयाबीन का भाव बढ़ेगा या घटेगा, जानें तेजी मंदी रिपोर्ट
गेहूं सोयाबीन भाव तेजी मंदी रिपोर्ट: पिछला सप्ताह आरंभ में सोमवार को महाराष्ट्र सोलापुर 4670 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 4600 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान सोयाबीन में मांग न रहने से -70 रूपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, बढ़ती आवक और पक्के माल में कमजोरी से सोयाबीन में इस सप्ताह गिरावट आई। बीते सप्ताह दैनिक आवक 10 लाख बोरी तक पंहुचा । महाराष्ट्र, एमपी में भारी बारिश से फसलों को नुकसान की खबरें आ रही हैं।
SOPA के अनुसार 1 अक्टूबर 2024 को देश में 11.44 लाख टन सोयाबीन स्टॉक उपलब्ध। जबकि पिछले वर्ष 1 अक्टूबर को सोयाबीन का 24.07 लाख स्टॉक उपलब्ध था। सोयमील के भाव अंतरष्ट्रीय और घरेलु बाजार में स्थिर बने रहे।
भारतीय सोयमील अंतराष्ट्रीय की तुलना में 40-60$/टन ऊँचे बिक रहा है। मंडियों में सोयाबीन के भाव एमएसपी से 400-500 रुपये निचे बिक रहा है। ऐसे में सरकारी खरीदारी पर किसान की नजरें टिकी हुई हैं।
कई जानकारों की मांग है की सरकार सोयमील निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए इंसेंटिव प्रदना करें। वहीं कुछ जानकर किसान को सोयाबीन के मौजूदा भाव और एमएसपी के बीच भावअंतर का भुगतान करने का आग्रह किया।
सरकार ने लोकल क्रशिंग को बढ़ाने के लिए पिछले महीने खाद्य तेलों के ड्यूटी में बढ़ोतरी हुई ।जिसका सोयबीन को कोई लाभ नहीं मिला।
सोयाबीन का भाव बढ़ेगा या घटेगा: ड्यूटी बढ़ने के बाद सोयबीन के भाव 300-350 रुपये/क्विंटल घट गए। नवंबर के मध्य तक आवक का प्रेशर बना रहेगा। जिसके चलते सोयाबीन के भाव 100-150 रुपये और घट सकते हैं।
वहीं सरकारी खरीदारी अक्टूबर अंत से शुरू होने बाद गिरावट पर लगाम लगने के बाद रिकवरी की सम्भावना। 100-150 रुपये की गिरावट पर फिर खरीदारी का मौका और लम्बी अवधि में 4900-5000 के तक बढ़ने की उम्मीद। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।
इसे भी पढ़ें 👉 सरसों रेट में बीते सप्ताह बड़ी गिरावट, अब आगे सरसों का भाव बढ़ेगा या घटेगा , जानें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
गेहूँ की ताजा सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछले सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली गेहूँ-3010 रुपये पर खुला था। ओर शनिवार शाम दिल्ली गेहूँ-3090 रुपये पर बंद हुआ, बीते सप्ताह के दौरान गेहूँ मे मांग बनी रहने से +80 रूपए प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज हुआ। बताए अनुसार बाजार में तेजी की रफतार जारी है। बाजार का FUNDAMENTAL इस साल भी मजबूत ही है।
राज्यानुसार मार्केट ट्रेंड
उत्तरप्रदेश:
उत्तरप्रदेश के लखनऊ में 20 और गोरखपुर के बाजार में 60 रूपए से कमजोर रहे गेहूं के भाव। आटा, मैदा एवं सूजी के भाव में भी 50 रुपए से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
ट्रांसपोर्टेशन की उपलब्धता ना होने के कारण गोरखपुर मंडल में बाजार कमजोर हुए है, जो 3 दिनों के बाद कुछ संभलते नजर आएंगे।
गुजरात :
गुजरात के दाहोद लाइन में बाजार के भाव 45 रुपए से मजबूत हुए है। गुजरात के अन्य बाजार जैसे राजकोट और अहमदाबाद में भी मजबूत की चाल बनी। आगामी कुछ दिनों में बाजार यहाँ से 50 रूपए तक और मजबूत देखे जा सकते है।
बिहार :
बिहार में भी बाजार के भाव मजबूत ही देखे गए। पटना में 40 रूपए की बढ़त दर्ज की गई है।
पंजाब:
पंजाब के अमृतसर में बाजार के भाव 50 रूपए से कमजोर रहे। पंजाब के कई मिलो में माल नवंबर के आखिरी सप्ताह से पूर्णतः खली होना शुरू हो जायेंगे।
1. जिस महीने में पिछले साल की तुलना में स्टॉक सरप्लस होगा तब सरकार अपने OMSS की पालिसी लाने पर विचार कर सकती है।
2. इस बढ़ती MSP पर सरकार को पंजाब , हरयाणा और उत्तरप्रदेश से गेहूं खरीद में अच्छा लाभ होगा।
3.भारत आटा के लिए गेहूं भी सरकार आसानी से उपलब्ध नहीं कराएगी, हमारी यह बात एक दम सही साबित हुई है।
4. यहाँ से हर बढ़त पर मुनाफावसूली करना जरुरी।
इसे भी पढ़ें 👉 जल्द लॉन्च होगा BSNL S11 Pro 5G Smartphone, जिसमें मिलेगा 108MP कैमरा, शानदार बैटरी पावर
नोट
अब तक की सारी रिपोर्ट 100% सही निकली । किसानो का माल धीरे धीरे बाजार में उतर रहा है। OMSS पर नजरिया एक दम सही और सटीक रहा। साउथ लाइन सभी भाव पर लेवाल है। गेहूं अब मजबूत हाथों में है। कुछ बड़ी कंपनियों पुनः बाजार में माल लेने के लिए उत्तरी। PDS के तहत गेहूं की उपलब्धता बाजार में बढ़ रही है।
दिल्ली लाइन
1. दिल्ली लाइन में बताए गए सभी आकड़े अपने बताए समय अनुसार आते गए।
2. दिल्ली लाइन में 3020 का सपोर्ट लेवल है।
👉 सरकार यदि नवंबर आखिरी या दिसम्बर की शुरुवात में OMSS के सम्बंधित में कोई माल बाजार में नहीं उतारती है तो, दिल्ली लाइन के लिए 2022 का उच्तम आकड़ा पार करना मुश्किल नहीं होगा।
भारत आटा
1. 7 तारीख को NCCF ने भारत आटा के गेहूं के लिए टेंडर रखे थे, किन्तु उस टेंडर में किसी भी मिल वालों ने रूचि नहीं दिखाई।
2. आज होने वाले टेंडर को नफेड ने 21 अक्टूबर तक के लिए पोस्टपोन कर दिया है।
3. कोई क्लियर पालिसी ना होने के कारण आज के टेंडर में भी बहुत से मिल वाले या कहे की कोई मिल मालिक हिस्सा नहीं लेंगे।
सीड्स
उप निदेशक (कृषि) डॉ. कुलदीप धीमान ने गुरुवार को कहा कि रबी फसल चक्र के लिए बुआई के मौसम के साथ, जिला कृषि अधिकारियों ने चंबा जिले में अपने बिक्री केंद्रों पर गेहूं के बीज उपलब्ध कराए हैं।
डॉ. धीमान ने किसानों से जल्दी बीज खरीदने का आग्रह किया, क्योंकि बाद में बुआई के मौसम में जब मांग आमतौर पर बढ़ जाती है तो कमी हो सकती है।
अम्बेडकरनगर में किसानों को मिलेगा गेहूं का बीजः कृषि विभाग 6773 कुंतल गेहूं का बीज बांटेगा, बुवाई का लक्ष्य 1 लाख 19 हजार हेक्टेयर
STOCK WITH GOVERNMENT & REPORT
1. 1 अक्टूबर के मौजूदा सरकारी आकड़े अनुसार सेंट्रल पूल में गेहूं का स्टॉक 237 लाख टन है, जो पिछले साल की तुलना में 2 लाख टन कम है।
2. मई में यह बात कही थी की इस बार सरकार की पहली प्राथमिकता स्टॉक नियंत्रण होगा ना की भाव ठीक ऐसा ही सरकार ने किया।
3. इस बार मई में पिछले साल की तुलना में 30 लाख टन माल कम था इस 30 लाख टन के गैप को सरकार ने स्टॉक नियंत्रण करके अक्टूबर महीने में इसे 2 लाख टन पर ला दिया है।
गेहूं MSP 2025-26
1. गेहूं की MSP अब 2425 प्रति क्विंटल है।
2. पहले से 150 रूपए प्रति क्विंटल की बढ़त सरकार ने की है।
WhatsApp ग्रुप में जुड़े के लिए 👉 यहां पर दबाएं
इसे भी पढ़ें 👉 कम पानी में ज्यादा उत्पादन 3 नई किस्म सबसे बढ़िया गेहूं की वैरायटी कौन सी है, जानें पूरी डिटेल
इसे भी पढ़ें 👉 किसान को फसल में सिंचाई के लिए सरकार दे रही कृषि पंप कनेक्शन, जानें लेने के लिए कहां पर करना होगा आवेदन
इसे भी पढ़ें 👉 लाडली बहना की 18 वीं किस्त कब मिलेगी? जानें पूरी जानकारी
इसे भी पढ़ें 👉 सरसों, गेहूं के अलावा के किसान करें इन जौ की 5 उन्नत किस्म की खेती, मिलेगा बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी
Conclusion:- आज आपने सुपर खेती पर जाना गेहूं रेट में तेजी, सोयाबीन भाव में मंदा, आगे गेहूं, सोयाबीन का भाव बढ़ेगा या घटेगा, जानें तेजी मंदी रिपोर्ट । किसी भी फसल में तेजी या फिर मंदी आगामी दिनों में होने वाले मौसम के साथ-साथ डिमांड पर निर्भर करता है ऐसे में व्यापार अपने विवेक से करें और किसी भी व्यापार में नुकसान होने पर हम जिम्मेवार नहीं होंगे। क्योंकि हमारा काम है जानकारी देना। व्यापार अपने विवेक से ही करना चाहिए।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।