KMRL 17-5 New Sarso Variety: कृषि वैज्ञानिकों की पहल से सरसों की नई किस्म विकसित, किसान कम समय में लें बंपर उत्पादन

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सरसों तेल मात्रा अधिक, बेहतर उत्पादन के साथ कम समय में पकने वाली KMRL 17-5 New Sarso Variety नई किस्म, जानें पूरी डिटेल

KMRL 17-5 New Sarso Variety: किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरसों की नई वैरायटी केएमआरएल 17-5 को विकसित किया गया है। इस वैरायटी में खासियत यह रहेगा कि उत्पादन दुकान पर मिलेगा ही लेकिन इसमें मात्रा ज्यादा होने के साथ-साथ यह काम समय में पकने वाली और पछेती पकने वाली किस्म है। सरसों की नई वैरायटी KMRL 17-5 New Sarso Variety में किसानों को बिजाई के लिए कैसा रहेगा और इसमें क्या-क्या विशेषताएं हैं आईए जानते हैं पूरी जानकारी साथ…

KMRL 17-5 New Sarso Variety की पूर्ण जानकारी

सरसों की नई वैरायटी को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, के द्वारा विकसित किया गया जिसको केएमआरएल 17-5 के नाम से जाना जाएगा। इस सरसों किस्म को सीएसए के विशेषज्ञ डॉ. महक सिंह ने तैयार कर गया है। जिसमें तेल अधिक जोकि 39.6 % मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस किस्म को मंजूरी देने के साथ जल्द भारत सरकार के द्वारा नोटिफिकेशन बिक्री को होने वाला है। जिसको किसान अपने खेत में लगाकर अच्छा उत्पादन प्राप्त करने में आसानी होगी। आइए जानें सरसों की कीमत की पूरी जानकारी क्या है।

किसानों को अधिक फसल उगाने का मौका

नई प्रजाति की सरसों की किस्म KMRL 17-5 में किसानों को आगामी फसल बिजाई के लिए समय का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि यह कम समय में ही तैयार हो जाएगा। खासकर उत्तर प्रदेश के वह किसान जो गन्ना की खेती करते हैं। जो किसान गन्ना की खेती करते हैं वह अक्सर फसल काटने के बाद जमीन को खाली रखना पड़ता है। उनको बड़ी राहत, और लाभ प्राप्त होगा। क्योंकि इस सरसों वैरायटी को नवंबर महीने के लास्ट सप्ताह तक बुवाई का कार्य कर पाएंगे।

KMRL 17-5 सरसों की बुवाई कब होगी

मस्टर्ड वैरायटी केएमआरल 17-5 को किसान भाई 28 नवंबर तक बुवाई करने बाद से 120 दिन से लेकर 125 दिन में पककर तैयार होने वाली किस्म है।

कहां कहां पर बुवाई में हुई सफल

 

मिली जानकारी के मुताबिक चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बीज को तैयार करने वाले डॉ. महक सिंह ने सरसों की किस्म KMRL 17-5 के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि 7.4% अधिक तेल के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक माना गया है।  जिससे किसानों को फसल का बचाव होगा। ये किस्म देश के राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश आदि अन्य राज्य में अलग अलग मौसम में अच्छा उत्पादन प्राप्त हुआ।

 

दाना मोटा व वजन भी अधिक होगा


KMRL 17-5 किस्म में पकने वाली फलियों में 1000 दाना का वजन औसत 4.8 ग्राम के करीब होगा। जो सामान्य सरसों अधिक मोटा होगा। जिसको लेकर कहा जा सकता है कि किसानों के लिए KMRL 17-5 किस्म अधिक उत्पादन देने में सफलता मिलेगी। इसके अलावा इसकी उपज में अधिक गुणवत्ता और तेल की मात्रा भी अधिक मात्रा मे मिलेगा।

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Conclusion:- आज हम आपको बताया चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बीज को तैयार करने वाले डॉ. महक सिंह ने सरसों की किस्म KMRL 17-5 New Sarso Variety के बारे मे जानकारी, इसके पकने, उत्पादन और अन्य क्या क्या विशेषताएं है।

 

क्रमांक संख्या किस्म खासियत
1. वैरायटी केएमआरएल 17-5
2. बुवाई कब तक 28 नवंबर
3. पककर तैयार होगा दिन 120/125
4. तेल 39.6%








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