Gehu Me Pahla Pani Kab De: हमारे देश में रबी के सीजन में गेहूं का बुवाई अब लगभग समाप्त होने के नजदीक हो गया है। किसानों के द्वारा गेहूं बुवाई का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। लेकिन बहुत से ऐसे किसान जहां पर गेहूं की बुवाई करने के बाद भी गेहूं का सही से अंकुरण शुरू हुआ है।
जानें गेहूं को कितनी बार पानी देना चाहिए
इस बार किसानों का गेहूं की फसल की ओर अधिक रुझान बड़ा है। क्योंकि बीते दिनों केंद्र सरकार की ओर से बढ़ाए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य में डेढ़ सौ रुपए की बढ़ोतरी किया गया है वहीं इसके अलावा बीते कुछ सालों में सरसों की फसल में भी किसानों को कई तरह की दिक्कत आ रही थी। जिससे सरसों का उत्पादन लगातार गिर रहा था। ऐसे में किसानों को अधिक उत्पादन के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ने वाले रेट के चलते किसान गेहूं की बुवाई अधिक करना पसंद कर रहे हैं।
केंद्र सरकार के द्वारा राज्य सरकार के द्वारा भी किसानों के गेहूं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए लगातार निरंतर अपने प्रयास जारी है और इसी बीच उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की ओर से किसानों के लिए गेहूं में सही समय पर सिंचाई करने को लेकर सलाह दिया गया है। गेहूं की फसल में किसानों को कब-कब सिंचाई और कितना पानी देना चाहिए यह कृषि एक्सपर्ट ने जरूरी सलाह दिया गया है आईए जानते हैं पूरी डिटेल के साथ…
अबकी बार देश में कुल कितना गेहूं का उत्पादन लक्ष्य रखा
बता दें कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा वर्ष 2024-25 के दौरान खाद्यान्न में उत्पादन को राष्ट्रीय लक्ष्य तय किया गया है जिसमें लक्ष्य 3415.5 लाख टन (341.55 मिलियन) निर्धारित किया गया। कुल उत्पादन लक्ष्य में चावल का 1363 लाख टन और इसके अलावा गेहूं का 1150 लाख टन लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं इसके अलावा कृषि एक्सपर्ट के मुताबिक अबकी बार मौसम किस परिस्थितियों को देखते हुए फसल को फायदा होने के आसार जताई हैं जिससे उत्पादन और भी बढ़ सकता है।
गेहूं की खेती के लिए सिंचाई का प्रबंधन कैसे करें
गेहूं को कितनी बार पानी देना चाहिए: गेहूं की बुवाई का कार्य पूरा होने के बाद किसानों को अपने गेहूं की फसल में कौन से समय पर पानी से सिंचाई करना चाहिए इसके बारे में उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग की ओर से पूरी जानकारी दिया गया है जो की निम्नलिखित नीचे दिया गया है।
1. गेहूं फसल में किसानों को पहली सिंचाई का समय 20 से 25 दिन होने के बाद करें।
2. गेहूं के फसल में किस दूसरी सिंचाई 40 से 50 दिन होने के बाद करना चाहिए तब कल्ले निकालने का समय होता है।
3. गेहूं की फसल में तीसरी सिंचाई समय 60 से 65 दिन पर जब गांठ बनना शुरू हो जाता है।
4. गेहूं की फसल में किसान 80 से लेकर 85 दिन पर चौथ सिंचाई करना चाहिए जब पौधों पर फूल आना शुरू हो जाता है।
5. गेहूं की फसल में किसान 100 से 105 दिन 5 में सिंचाई जब बाली में दाना बनना शुरू हो जाए तब कर सकते हैं।
6. गेहूं की फसल में किस 115 से 120 दिन का गेहूं में छोटा भाई कर रहे हैं तब दाना भराव का समय हो।
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वे क्षेत्र व किस्म जहां पर तीन सिंचाई होता है
देश में कई ऐसे क्षेत्र या फिर यूं कहें कि गेहूं की ऐसी किस्म जो की तीन पानी की ही आवश्यकता रहती है। ऐसे क्षेत्रों में गेहूं की फसल में किसानों को तीन सिंचाई करना होता है जिसके लिए किस पहली सिंचाई बुवाई होने के बीच से 25 दिन पर करना चाहिए।
वहीं दूसरा सिंचाई किसान गेहूं बुवाई के 80 दिन बाद जब बाली निकलने से पहले कर सकते हैं। इसके अलावा किसानों को गेहूं के 115 दिन के बाद जब दाना भराव हो तब तीसरी सिंचाई करना चाहिए।
खेत में कितना पानी भराव रखना चाहिए
किसानों को आगामी इस महीने दिसंबर व जनवरी महीने में कृषि एक्सपर्ट की ओर से सिंचाई पैर विशेष ध्यान देने को कहा गया है बता दें कि उनके मुताबिक अधिक पानी होने से पौधों की ग्रोथ में असर देखने को मिल सकता है। इसलिए किसानों को खेत में पानी का भराव पौधों की जड़ डूबने से अधिक नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा उनके मुताबिक गेहूं की फसल के लिए मौसम स्थिति अनुकूल रहने की संभावना है जिसमें खरीफ सीजन में अच्छी बारिश के चलते शीत भी अच्छा रहने की संभावना और इसके अलावा कोहरा भी ठीक-ठाक रहने की संभावना है और ठंड भी अच्छा रहेगा ऐसे में गेहूं की फसल के लिए काफी लाभदायक होगा।
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