Gehu Me Pahla Pani Kab De: गेहूं के फसल की बुवाई का कार्य लगभग संपन्न होने के बाद अब किसानों का अपने गेहूं की फसल में सबसे पहले पहले सिंचाई करने का काम करने वाले हैं ऐसे में किसानों को गेहूं के फसल से बंपर उत्पादन प्राप्त हो इसके लिए पहले पानी देने का सही समय जानना वायदा आवश्यक है जिसे किसानों को गेहूं की पैदावार अच्छा मिले और गेहूं की ग्रोथ और फुटाव में भी अच्छा परिणाम देखने को मिले।
Irrigation in Wheat की जानकारी
वैसे आधुनिक दौर में वैसे तो किसानों को कहीं तकनीक के माध्यम से किसानों को समय-समय पर खेती के बारे में जानकारी प्राप्त होती रहती है।
लेकिन फिर भी किसानों को कुछ ऐसे उपाय या तरीके को अपनाकर किसान अपनी गेहूं में सही समय पर पानी लगाकर प्रति एकड़ 2 से 3 क्विंटल तक का उत्पादन में भी वृद्धि हो सकता है। ऐसे में आइए जानें गेहूं में पहला पानी कितने दिन में लगाना चाहिए, और अपने कौन सा खाद डालें.…
गेहूं के फसल में किसानों को इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए क्योंकि गेहूं की फसल कल्लों के अधिक फुटाव होगा तो उत्पादन भी अधिक होगा। ऐसे में पहला पानी गेहूं की फसल के लिए सही समय पर देना महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कल्लों के फुटाव में असर देखने को मिल सकता है। जिसका सीधा सा असर किसान के इनकम पर पड़ता है। ऐसे में किसानों को निश्चित अपनी फसल में अधिक उत्पादन लेने के लिए सही तरीके का इस्तेमाल करना जरूरी।
किसानों को अपनी फसल में अच्छा उत्पादन लेने के लिए पहले पानी देने के साथ-साथ कुछ खाद को भी इस्तेमाल करना पड़ता है जिससे किसानों को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की पूर्ति हो पाए। और इन डालने वाली खाद पानी के साथ ही धुलकर जमीन में जाएगा और फसल के पौधों को प्राप्त हो पाए। किसानों को अपने गेहूं की फसल में खाद का उपयोग करते समय भी कुछ विशेष सावधानियां की आवश्यकता रहती है।
गेहूं में पहले पानी का सही समय
किसानों को अपने गेहूं के फसल में पानी देने के सही समय का अवश्य पता होना चाहिए इसके अलावा किसान गेहूं का फसल का बुवाई कब करता है उसे पर भी काफी निर्भर करता है और इसके अलावा किस की भूमि और क्षेत्रफल के अनुसार भी निर्भर करने वाला है।

Irrigation in Wheat: ऐसे में जिन किसानों के द्वारा अक्टूबर महीने में गेहूं के बुवाई का कार्य पूरा किया। उनको 20 से 25 दिन में गेहूं में पानी अवश्य देना चाहिए। वहीं इसके अलावा जिन किसानों के द्वारा नवंबर या फिर दिसंबर महीने में गेहूं का बुवाई किया गया है। उनको 25 से 30 दिन पर गेहूं में पानी अवश्य देना चाहिए।
दिसंबर महीने में गेहूं की फसल में मौसम के अनुसार अधिक ठंड बढ़ाना शुरू हो जाता है। जिससे रात के समय में और अधिक ओस गिरता है। जिस कारण से मिट्टी गीली रहती है। ऐसे में किसानों को कुछ देरी से Irrigation in Wheat पानी देने की आवश्यकता रहता है।
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Irrigation in Wheat : इन सब परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किसान सिंचाई कर सकते हैं। इसके अलावा किसानों को अपने खेत के मिट्टी के अनुसार भी सिंचाई पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि अगर मिट्टी में पानी कम सूखने की क्षमता है तो फिर हल्की सिंचाई करना चाहिए। वहीं अगर रेताली मिट्टी है तो पानी अधिक भरकर भी दिया जा सकता है।
गेहूं में पहले पानी में डालें यह जरूरी खाद
गेहूं की फसल में अधिक कल्लों के फुटाव हो इसके लिए किसानों को गेहूं के पहले पानी की सिंचाई (Irrigation in Wheat) के साथ खाद व नुट्रिशन का सही मात्रा में इस्तेमाल किया जाना जरूरी है। किसान अपने गेहूं के फसल में प्रति एकड़ भूमि में सल्फर 3KG, यूरिया 35 KG व कैल्शियम 10 KG का उपयोग करें। वहीं जिन किसान के खेत की मिट्टी अधिक चिकनी या फिर पानी को कम पीने वाली है तो किसान सल्फर के साथ में 250 ML सिलिकॉन स्टीकर को मिलाकर उपयोग कर सकते हैं।
जिसके चलते खाद आसानी से मिट्टी में नीचे चला जाए गा और पौधे उसको आसानी से ग्रहण कर पाएंगे। वहीं अगर किसानों के द्वारा बजाई करते समय डीएपी (DAP) या फिर एसएसपी (SSP) उपयोग में लिया हैं। तो फिर किसानों को फसल में पहले पानी के साथ यूरिया के साथ डीएपी या एसएसपी को भी डाल सकते हैं।
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नोट:- किसान भाई अपने गेहूं की फसल (Irrigation in Wheat) में इस तरीके को अपना कर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और बताए गए खाद प्रबंधन को भी उपयोग में ला सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग के डॉ व विशेषज्ञों से एक बार जानकारी अवश्य प्राप्त करें।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।