Wheat Price : गेहूं की कीमतों में लगातार आ रही तेजी के बाद इस सप्ताह 16 नवंबर से 22 नवंबर के दौरान कीमत में गिरावट देखने को मिला। क्योंकि बढ़ी हुई कीमत पर मांग कमजोर हुआ। वही मिलर्स-प्रोसेसर्स को अभी तक ना तो सरकारी गेहूं और ना ही विदेशों से आयात शुल्क मुक्त की अनुमति प्राप्त हुआ है।
जानें क्या है Gehu Rate Update
Gehu Rate Update: देश के गेहूं उत्पादक राज्यों में बुवाई का कार्य प्रगति पर है और अबकी बार ऊंचे कीमत होने के साथ-साथ सरकारी समर्थन मूल्य में की गई बढ़ोतरी से किसानों का रुझान गेहूं की खेती की तरफ बढ़ने की संभावना है।
इस सप्ताह दिल्ली में राजस्थान व यूपी गेहूं की कीमत 110 रुपए कमजोर होकर 3080 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। वहीं दैनिक आवक इस दौरान 4000 से लेकर 10000 बोरी के बीच देखा गया। गुजरात के राजकोट में गेहूं की कीमत ₹150 तेज होकर 3000 से 3350 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
वहीं दूसरी और मध्य प्रदेश के इंदौर में गेहूं का कीमत 2830 से 3380 रुपए प्रति क्विंटल जो की पुराने स्तर पर स्थिर देखने को मिला। लेकिन उज्जैन में डबरा में गिरावट देखने को मिली।
गेहूं की कीमत इटारसी में ₹70 कमजोर हुआ वहीं राजस्थान प्रदेश के कोटा मंडी में भी गेहूं की कीमत ₹35 की गिरावट देखने को मिली। उत्तर प्रदेश राज्य के शाहजहांपुर मंडी में गेहूं का भाव ₹60 कमजोर होकर 2750 रुपए प्रति कुंतल हो गया है।
इसके अलावा यूपी के गोरखपुर, सीतापुर, गोंडा और मैनपुरी मंडी में भी गेहूं की कीमत ₹10 से लेकर ₹70 प्रति कुंतल तक कमजोर हुआ।
स्टॉक
गेहूं का स्टॉक सरकारी गोदाम में सीमित है जिसका उपयोग काफी सोच समझकर हो रहा है। बता दे की सरकार की ओर से स्टॉकिस्टों बड़े-बड़े उत्पादकों के पास अच्छी मात्रा में गेहूं का भंडारण होने का दावा किया जा रहा है।
Gehu Rate Update: जिस कारण अलग-अलग मंडियों में नियमित आपूर्ति बने रहने का उम्मीद है। गेहूं की नई आवक आगामी वर्ष की मार्च से अप्रैल महीने में आना आरंभ होगा। ऐसे में इतने समय तक मौजूदा स्टॉक से ही काम चलना होगा।
बता दे कि भारत सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य गेहूं एमएसपी रेट पिछले वर्ष 2275 रुपए प्रति क्विंटल था। जिसे अब वृद्धि कर 2425 रुपए प्रति क्विंटल तक किया गया है। जिस कारण से किसान अबकी बार बुवाई में और वृद्धि करने की संभावना है। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।
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