Haryana News: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिसको किसानों के लिए सरकार की ओर से आरंभ किया गया जिसमें किसानों को प्राकृतिक आपदा या फिर अन्य कारण से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए शुरू किया गया।
PM Crop Insurance Started
हरियाणा प्रदेश के व जिले जहां पर अभी तक किसानों के द्वारा इस योजना में फसल का बीमा नहीं करवाया है। वह 31 दिसंबर तक अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं। बता दें कि फसल बीमा पंजीकरण विभाग की ओर से आरंभ किया जा चुका है। ऐसे में किसान अपने आगामी रबी सीजन के फसलों का बीमा 31 दिसंबर तक अवश्य करवा लें। किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए प्रीमियम फसल वाइस राशि अलग-अलग रहेगा।
PM Crop Insurance Started : प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की ओर से किसानों को अपनी फसल में होने वाले प्राकृतिक आपदा जैसे जल भराव बारिश ओलावृष्टि से नुकसान भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को साल 2015/16 में शुरू किया गया।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को हर वर्ष होने वाले बारिश या प्राकृतिक मौसम से नुकसान की भरपाई करने के लिए शुरू किया गया ताकि किसानों को बीमा के द्वारा नुकसान का आकलन कर भरपाई होगा।
पंजीकरण करने की प्रक्रिया
बता दे की हरियाणा प्रदेश के किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए कृषि विभाग के अनुसार किसान अपने आप खुद मोबाइल से या फिर अपने आसपास नजदीकी सीएससी सेंटर से अपनी फसल का बीमा कराया जा सकता है।
बता दें कि किसानों को अपनी फसल क्या बीमा करवाने के लिए जरूरी आवश्यक दस्तावेजों की बात करें तो किसानों के पास अपनी फसल का विवरण जिसमें खेत में कौन सा फसल बुवाई किया गया है। जिसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा वेबसाइट पर फसल का पंजीकरण होने का दस्तावेज होना चाहिए।
इसके अलावा किसान के पास अपना आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता पासबुक आवश्यक दस्तावेज होने आवश्यक है।
कौन-कौन सी फसल का होगा बीमा
कृषि विभाग, रोहतक के डॉ. विनोद हुड्डा के अनुसार हरियाणा प्रदेश के रोहतक जिले में सबसे अधिक बुवाई गेहूं का होता है। गेहूं के बाद सरसों वह कुछ हिस्सों में जो की बुवाई भी कर लिया जाता है। उन्होंने आगे बताया कि किसानों के द्वारा तकरीबन 105000 हेक्टेयर भूमि गेहूं 13000 हेक्टेयर में सरसों, जौ की खेती 3000 हेक्टेयर में होने का अनुमान है।
और किसान अपनी फसल के अनुसार प्रीमियम देकर बीमा करवा सकते हैं। और प्राकृतिक आपदा में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अपना पंजीकरण आरंभ हो चुका है जो की 31 दिसंबर तक करवाया जा सकता है।
और वे किसान जो इस योजना में बीमा करवाने के इच्छुक नहीं है वह अपने बैंक में 24 दिसंबर तक जरूरी सूचना दे दें ताकि बैंक के द्वारा उनकी फसल का बीमा नहीं किया जाए।
गेहूं फसल 464.63 रुपए प्रति एकड़
जौ फसल 296.1 रुपए प्रति एकड़
चना फसल 228.38 रुपए प्रति एकड़
सरसों फसल 311.85 रुपए प्रति एकड़
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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम जसवंत है। मैं सुपर खेती (Super Kheti) का संस्थापक हूँ । मेरा उद्देश्य किसानों अपनी कृषि से जुड़ी सभी फसलों के ताजा मंडी भाव, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिया जाता है। मैं किसानों के लिए ताजा न्यूज और योजनाओं के बारे में आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं। मैं लगातार 3 साल से वेबसाइट पर काम कर रहा हूं।