Gajar Ki Kheti : 2024 गाजर की सबसे लोकप्रिय किस्म कौन सी है, जानें पैदावार से लेकर पकने का समय, पूरी जानकारी

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भारत में कई राज्यों में किसानों के द्वारा गाजर की खेती (Gajar Ki Kheti) की जाता है और क्योंकि त्यौहारी सीजन और सर्दियों के मौसम में गाजर की डिमांड काफी ज्यादा रहती है। जिसके चलते किसान गाजर की खेती 15 अगस्त के आसपास अगेती फसल लगाते हैं। जिसके कारण डिमांड अधिक और मुनाफा अधिक मिलता है। ऐसे में किसानों को आज हम www.superkheti.com इस आर्टिकल के द्वारा जानेंगे गाजर की फसल के लिए कौन-कौन से उन्नत किस्म लगाने चाहिए और किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिससे उन्हें अधिक मुनाफा प्राप्त हो सके।

गाजर में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है। और जो की पोषण के रूप में बहुत अच्छा स्रोत होगा। वहीं किसानों को एक काम समय में ही अधिक उत्पादन और इनकम देने वाली फसल है।

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2024 गाजर की सबसे लोकप्रिय किस्म कौन सी है

Gajar Ki Top 7 Variety: गाजर की फसल से बंपर उत्पादन लेने के लिए बहुत से किसान में अगेती फसल लगाते है। लेकिन ज्यादातर किसान सर्दियों के दिनों में गाजर की खेती करते। लेकिन फिर भी किसानों को अपने खेतों में गाजर की उन्नत किस्म का चयन करना जरूरी है।

किसानों को अपने खेतों में गाजर की फसल लगाने पर सही मात्रा में खाद डालना जरूरी है। और इसके खरपतवार नियंत्रण भी आवश्यक है। इस समय अगस्त महीना आधा बीत चुका है ऐसे में किसानों के द्वारा गाजर की अगेती खेती भी शुरू हो चुका है। ऐसे में किसानों को दो मुख्य रूप से बातों का अवश्य से ध्यान रखना होगा नहीं तो उन्हें उत्पादन में काफी नुकसान हो सकता है।

पानी की निकासी करना

मौजूदा समय में मौसम में बारिश लगातार देखने को मिल रही है। अगर आपने भी गाजर की खेती कर रखी है और बारिश अगर ज्यादा हो चुका है। तो आपको अपने खेतों में पानी बिल्कुल भी भरा नहीं होना चाहिए। इसके लिए निकासी की उचित व्यवस्था जरूर करें।

खाद और मिट्टी

वहीं किसानों को गाजर की खेती (Carrot Farming) में अगर फसल बोने के बाद एक महीने का समय हो जाए उसके बाद अच्छे से निराई गुड़ाई करना बहुत जरूरी है और फसल को लगभग 40 से 50 किलोग्राम की मात्रा में नाइट्रोजन डालकर पौधों के पास मिट्टी को चढ़ाए।

हमारे देश में अधिकतर किसान सर्दी के मौसम में ही गाजर की खेती करते हैं।ऐसे में किसानों को किसानों को अभी से अपनी फसल की तैयारी है। वह शुरू कर देनी चाहिए। आज हम आपको दो श्रेणी से किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं।

2024 गाजर की सबसे लोकप्रिय किस्म कौन सी है: किसानों की जानकारी के लिए बता दें कि हमारे द्वारा आज आपको गाजर की किस्म के बारे में दो श्रेणी के किस्म की उन्नत किस्म कौन-कौन सी है आईए जानते हैं

सबसे पहले जानेंगे उष्ण वर्गीय किस्में जिसमें गाजर की किस्म :-

1. पूसा अशिता
2. पूसा रूधिरा
3. पूसा वसुधा
4. पूसा कुल्फी

उसके बाद आप जानेंगे शीतोष्णवर्गीय किस्में जिसमें गाजर की किस्म :-

1. पूसा जमदन्गि
2. पूसा नयन ज्योति
3. पूसा नेनटीस

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गाजर की उष्ण वर्गीय किस्म की पूरी जानकारी आइए जानें

गाजर की किस्म पूसा वसुधा की जानकारी

अगर आप भी अबकी बार गाजर की खेती के इच्छुक हैं और पूसा वसुधा को अपने खेत में लगाते हैं। तो इस किस्म में पकने का लगभग 85 दिन से 90 दिन का समय लगता है। वहीं इसकी उत्पादन की बात करें तो लगभग प्रति हेक्टेयर 35 टन के आसपास मिलता है।

गाजर पूसा रूधिरा किस्म की जानकारी

किसान पूसा रूधिरा की किस्म का चुनाव करते हैं तो आपको प्रति हेक्टेयर में करीब 25 से लेकर 30 टन तक का उत्पादन मिलेगा। वहीं इस किस्म में पकने का समय में करीब 90 दिन से 95 दिन तक का लगता है।

पूसा अशिता गाजर की किस्म की विशेषताएं

गाजर पूसा अशिता की किस्म में किसानों को प्रति हेक्टेयर में औसतन उत्पादन 20 से लेकर 25 टन तक मिलेगा। वहीं इस वैरायटी को पकने में लगभग 100 से लेकर 110 दिन का समय पहने में लगता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह किस्म 1 काली रंग की किस्म रहेगा।

गाजर वैरायटी पूसा कुल्फी की खासियत

यह गाजर की किस्म पूसा कुल्फी में प्रति हेक्टेयर उत्पादन औसतन 25 टन के आसपास होता है। वहीं इसको पकने में करीब 90 दिन से 100 दिन में पककर तैयार हो जाती हैं।

नोट 👉 हमारे द्वारा बताई गई ऊपर चारों ही किस्म एक उष्णवर्गीय श्रेणी की किस्म है। इसको किसान उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बुवाई कर सकते हैं। जो की सितंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अक्टूबर के महीने तक बुवाई का कार्य पूरी कर सकते हैं।

शीतोष्णवर्गीय श्रेणी गाजर की किस्म कौन कौन सी है

गाजर पूसा नेनटीस की जानकारी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गाजर पूसा नेनटीस किस्म को पकने में लगभग 100 दिन से 110 दिन का समय लगता है। इसके अलावा इसके उत्पादन प्रति हेक्टेयर में 10 से 12 टन के लगभग होता है।

गाजर पूसा जमदग्नि वैरायटी

पूसा जमदन्गि गाजर वैरायटी को बुवाई के बाद करीब 100 से लेकर 110 दिन का समय पकने में लगता है। वहीं इसका पैदावार प्रति हेक्टेयर 10/12 टन होता है।

किस्म पूसा नयनज्योति की विशेषता

गाजर की यह वैरायटी 1 संकर किस्म है जो प्रति हेक्टेयर 20 टन का उत्पादन और पकने में करीब 100 दिन का समय लेगी ।

गाजर की खेती में बिजाई से पहले का कार्य

सर्दियों के मौसम में किसानों के द्वारा कई सब्जियों की खेती की जाती है और इसमें से गाजर की खेती भी एक सब्जियों की खेती है ऐसे में किसानों को यह है तो पता होना ही चाहिए। कि उसके लिए कौन सी मिट्टी की आवश्यकता रहेगी। गाजर की खेती के लिए बलुई मिट्टी या दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी गई है। इसके अलावा किसानों को बुवाई से पहले जमीन को अच्छी तरह से गहरी जुताई करें।

खाद और उर्वरक डालना

गाजर की खेती के लिए किसानों को अपनी जमीन में नाइट्रोजन ( जिसका आधा हिस्सा बुवाई) फास्फोरस और पोटाश की मात्रा अवश्य डालना चाहिए। इसके अलावा किस बॉय से पहले नीम की खाली जो की 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर में डाल सकते हैं और अच्छे से मिला दें ताकि सही से फसल को मिल सके।

गहरी जुताई करने और खाद डालने के बाद किसानों को गाजर की खेती के लिए मेड तैयार किया जाता है। और इन मेड की बीच के अंतराल की दूरी की बात करें तो 25 सेंटीमीटर होना चाहिए। वहीं मेड लाइन के ऊपर ही बुवाई का कार्य करें। पानी से सिंचाई करना है।

गाजर में खरपतवार नियंत्रण करना

किसानों के द्वारा बुवाई करने के बाद खरपतवार नियंत्रण करना बहुत ही जरूरी है इसके लिए किसान बुवाई के बाद खरपतवार नियंत्रण के लिए पेंडीमेथिलीन का उपयोग 1000 लीटर पानी में 3 लीटर खरपतवारनाशक दवा का छिड़काव करें। इसके अलावा 40 से 50 दिन की फसल होने पर निराई गुड़ाई जरूर करें।

बीज का इस्तेमाल से पहले उपचार करना

गाजर की किस्म का बुवाई करने से पहले बीच का उपचार करना भी बहत जरूरी है। अगर आप मार्केट से बीच खरीदने हैं और उपचारित नहीं है तो आप इसके लिए फफूंदी नाशी दवा का उपयोग कर सकते हैं।

गाजर की अन्य किस्म

1. पूसा केसर
2. पूसा मेघाली
3. गाजर न – 29
4. हिसार गेरिक
5. हिसार रसीली
6. हिसार मधुर
7. चयन न – 223

ऐसे में पढ़ें 👉 बाजरा की फसल में कौन कौन से रोग होते हैं, रोग और कीट नियंत्रण कैसे करें, पूरी जानकारी

Conclusion:- किसान भाइयों आज आपने जाना 2024 गाजर की सबसे लोकप्रिय किस्म कौन सी है, गाजर की उन्नत किस्म जिसके लगाकर आप बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और इसके साथ-साथ गाजर की किस्म की बुवाई के बारे में हमने आपको समय के बारे में बताया और कौन सी किस्म कितना उत्पादन देगी इसके बारे में भी बताया है।

नोट 👉 दोस्तों आपने आज गाजर की कौन-कौन सी किस्म को लगाकर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। वह जाना और गाजर की खेती में खरपतवार या अन्य खाद और उर्वरक की भी जानकारी प्राप्त की लेकिन फिर भी आप इससे अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी कृषि विभाग से एक बार जरूर सलाह लें।

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